त्वचा कैंसर से लड़ने में मददगार है ये दवा
सेहतराग टीम
परजीवी संक्रमण को रोकने के लिए पिछले चार दशक से इस्तेमाल की जा रही एक दवा चूहों में त्वचा कैंसर मेलानोमा से लड़ने में कारगर साबित होती दिखी है। इससे इंसानों में त्वचा कैंसर में भी इसका इस्तेमाल होने की संभावना बढ़ गई है। आस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं के अध्ययन में ये बात सामने आई है।
ऑस्ट्रेलियाई अनुसंधानकर्ताओं का दावा है कि परजीवी संक्रमण को रोकने के लिए लगभग चार दशक से इस्तेमाल की जा रही फ्लूबेंडाजोल दवा चूहों में ‘मेलानोमा’ से लड़ने में मदद कर सकती है। गौरतलब है कि ‘मेलानोमा’ त्वचा कैंसर का सबसे घातक प्रकार है।
सिडनी स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स के अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि फ्लूबेंडाजोल ने चूहों में ट्यूमर की वृद्धि को रोक दिया। यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स और अमेरिकी वैज्ञानिकों द्वारा तीन साल तक किए गए अनुसंधान में यह परिणाम निकला।
अध्ययन के अग्रणी लेखक लेवोन खाचिजिअन ने कहा कि वह अनुसंधान के परिणाम देखकर आश्चर्यचकित रह गए। उन्होंने कहा कि हालांकि फ्लूबेंडाजोल एक पुरानी दवा है, लेकिन मनुष्यों में ‘मेलानोमा’ के उपचार के लिए अभी इसका परीक्षण नहीं हुआ है।
हालांकि चूहों पर इसके असर को देखते हुए अब इंसानों पर इसका परीक्षण होना महज वक्त की बात है और उम्मीद की जानी चाहिए कि ये दवा इंसानों पर भी उतनी ही कारगर साबित होगी। ऐसा होने पर त्वचा कैंसर के रोगियों को बड़ी राहत मिल सकती है।
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